लखनऊ: बाढ़, वर्षा, वज्रपात से उत्तर प्रदेश का जनजीवन अस्त-व्यवस्त है। बुधवार को बाढ़ व वर्षा से तो कुछ राहत रही लेकिन वज्रपात व उमस ने पूर्वी व मध्य उप्र में कहर ढाया। यहां वज्रपात से 47 मौतों का समाचार है। इसके अलावा मैनपुरी में भी पांच लोगों की वज्रपात से मौत हो गई। बड़ी संख्या में लोग झुलसे हैं।
प्रदेश में अकेले वज्रपात से कुल 52 लोगों की जान चली गई। वाराणसी, आजमगढ़, मीरजापुर मंडल के जिलों में दोपहर बाद हुई बारिश ने लोगों को उमस और गर्मी से राहत तो दी, लेकिन वज्रपात ने 11 लोगों की जान ले ली। 16 महिलाओं समेत 17 लोग झुलस गए। उन्हें इलाज के लिए विभिन्न चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है।
पिछले तीन दिनों से बादलों की घेराबंदी के बाद भी जमकर बरसात नहीं होने से प्रयागराज और प्रतापगढ़ तथा कौशांबी भीषण उमस की चपेट में हैं। यहां वज्रपात से प्रतापगढ़ में 12 लोगों की मौत हो गई।
बुंदेलखंड व कानपुर के आसपास जिलों में बुधवार को तेज धूप निकली। बीच-बीच में बादल कुछ देर बरस जाते और फिर धूप निकल आती। ऐसे में उमस से लोग बेहाल रहे। 40 से अधिक जिलों में गुरुवार से मानसून फिर रफ्तार पकड़ेगा।
मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। पूर्वांचल के 12-13 जिलों में अत्यधिक वर्षा का अलर्ट है। 15 जुलाई के बाद मानसून और जोर पकड़ेगा।
कहां-कितनी मौतें
प्रतापगढ़ : 12
सुलतानपुर : 07
चंदौली : 06
मैनपुरी : 05
अमेठी : 03
प्रयागराज : 05
कानपुर देहात : 02
हमीरपुर : 02
बलिया : 01
जौनपुर : 01
गाजीपुर : 01
मऊ : 01
आजमगढ़ : 01
महोबा : 01
जालौन : 01
उन्नाव : 01
औरैया : 01
इटावा : 01