लखनऊ: भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भी सरकारी कार्यालयों में अनधिकृत रूप से काम कर रहे लोगों का जमावड़ा कम नहीं हो रहा है। शुचितापूर्ण कार्यसंकस्कृति के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार को कई सरकारी कार्यालयों में एक साथ अभियान चला।
विभिन्न सरकारी दफ्तरों में 19 लोग अनधिकृत रूप से कार्य करते पाए गए। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से सभी को जमानत मिल गई। अभियान की निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय से हो रही है।
निरीक्षण के क्रम में मंडलायुक्त डा. हृषिकेश भास्कर यशोद को बेहट तहसील सभागार में दस अनिधकृत लोग कार्य करते मिले। सभी 10 लोगों को पुलिस कोतवाली ले गई। कुछ अधिवक्ताओं ने तहसील के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।
एसडीएम दीपक कुमार ने बताया कि पकड़े गए 10 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ये लोग लेखपालों के साथ खसरा फीडिंग का कार्य कर रहे थे। सहारनपुर के मंडलायुक्त डा. हृषिकेश भास्कर यशोद ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि प्राइवेट लोग सरकारी कार्यालयों में काम कर रहे हैं।
पूरे मंडल में एकसाथ छापेमारी की गई है। शामली और मुजफ्फरनगर में भी दो-दो व्यक्ति अनधिकृत रूप से कार्य करते हुए पकड़े गए हैं। पूरे मंडल में 19 लोगों को पकड़ा गया है।
एसडीएम सदर युवराज सिंह ने आरटीओ कार्यालय का निरीक्षण किया। मौके से तीन लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंपा गया। एसडीएम ने बताया कि इन तीनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।