दिल्ली: उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश अब भी मुसीबत बनी हुई है। राजस्थान में तो लगातार चार दिन तक हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। इस दौरान हुए विभिन्न हादसों में 26 लोगों की मौत हो गई है। बारिश का सबसे अधिक असर करौली, सवाईमाधोपुर, दौसा व भरतपुर जिलों में है। इन तीनों जिलों के कई इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। उधर, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा व बिहार कहीं हल्की तो कहीं जोरदार बारिश के बीच कई जगह नदियां उफान पर हैं।
बुधवार से शुक्रवार तक दिल्ली में फिर से तीन दिन तक तेज वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया गया है। तीनों ही दिन के लिए यलो अलर्ट भी जारी कर दिया है। इस दौरान तापमान तो कम रहेगा ही, उमस भरी गर्मी से भी कुछ राहत मिलने की संभावना रहेगी। इस बीच मंगलवार को भी दिन भर बादलों की आवाजाही चलती रही। बीच-बीच में रुक-रुककर कहीं हल्की तो कहीं तेज वर्षा भी देखने को मिली। कहा गया कि गुरुवार और शुक्रवार को भी 15 अगस्त के दिन कमोबेश यही स्थिति बनी रहेगी।
राजस्थान के करौली में मंगलवार को तेज बारिश होने से घरों में पानी भर गया। आपदा प्रबंधन दल ने करीब एक सौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बूंदी जिले का इंद्राणी बांध ओवरफ्लो होने से पानी बाहर निकल कर आसपास के गांवों में पहुंच गया। नागौर,जोधपुर,चित्तौड़गढ़ और सीकर में मंगलवार को तेज बारिश हुई। बारिश के कारण नीचले इलाकों में पानी भर गया। सीकर में एक मकान गिरने से दो लोग घायल हो गए ।
मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश का दौर अगले दोदिन तक जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उधर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित करौली, दौसा व भरतपुर जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया।
उत्तराखंड में वर्षा का क्रम जारी है। चार धाम यात्रा मार्ग लगातार बाधित हो रहे हैं। चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग मंगलवार सुबह चार घंटे चार स्थानों पर बाधित रहा। पिथौरागढ़ के बिंदी गांव में सोमवार रात हुई वर्षा से भारी भूस्खलन हुआ है। गांव के बीचों-बीच पहाड़ी दरक जाने से 10 परिवार खतरे की जद में आ गए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून और बागेश्वर में कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तीव्र वर्षा हो सकती है। इन जिलों के लिए वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में आंशिक बादल छाये रहने के आसार हैं।
उत्तराखंड में इस वर्षाकाल में पांच जिलों टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में आपदा के चलते 292 परिवार बेघर हो चुके हैं। फौरी व्यवस्था करते हुए प्रशासन ने अधिकांश को राहत शिविरों में ठहराया है। यहां रहने-खाने की व्यवस्था तो है, लेकिन एक ही कमरे में कई लोगों को साथ रहना पड़ रहा है। उसपर शौचालय और स्नानघर भी सीमित हैं। एकांत नहीं मिलने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।