लखनऊ: उत्तर प्रदेश सचिवालय के 60 फीसदी से ज्यादा कर्मचारी दफ्तर देरी से पहुंचते हैं। ये बात बायोमीट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के आंकड़ों से साफ हो रही है। बता दें कि दफ्तर आने का समय सुबह 9:30 बजे तय है, जबकि ज्यादातर कर्मचारी 10 बजे के बाद ही पहुंचते हैं। इसमें वे कर्मचारी भी शामिल हैं, जो बायोमीट्रिक हाजिरी लगाते हैं।नियम के मुताबिक, कर्मचारियों को सुबह 9:30 बजे ऑफिस पहुंचना चाहिए। ग्रेस पीरियड के तौर पर उन्हें 20 मिनट अतिरिक्त दिए जाते हैं। ऐसे में अगर वे सुबह 9:50 बजे तक कार्यालय में उपस्थित हो जाते हैं तो देरी नहीं मानी जाती है।
अब देखते हैं कि बायोमीट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के आंकड़े क्या बता रहे हैं? आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को 62.3 फीसदी कर्मचारी 10 बजे के बाद कार्यालय पहुंचे। बाकी दिन भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति रहती है। योगी सरकार ने सभी कर्मचारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। इसके उलट सचिवालय के ज्यादातर कर्मचारी निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
समय की पाबंदी ही नहीं बायोमीट्रिक अटेंडेंस लगाने में भी कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक, रोजाना करीब 30 फीसदी कर्मचारी बायोमीट्रिक अटेंडेंस की सुविधा का उपयोग ही नहीं करते हैं। आंकड़े बताते हैं कि 13 सितंबर को कुल कार्यरत सक्रिय 4191 में से 2673 ने ही इस सिस्टम पर हाजिरी लगाई।
सचिवालय के सभी कर्मियों के लिए बायोमीट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य है। अगर कोई कर्मचारी महीने में लगातार चार बार लेट होता है तो एक दिन की छुट्टी लगाने का नियम है। जानबूझकर बायोमीट्रिक अटेंडेंस मशीन खराब करने के मामले भी आए हैं। सभी संबंधित अपर मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों से रिपोर्ट लेकर देर से आने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
-के. रविंद्र नायक, प्रमुख सचिव, सचिवालय प्रशासन
13 सितंबर को कर्मचारियों के पहुंचने का समय
सुबह 9 बजे से पहले : 2%
सुबह 9:00-9:30 बजे के बीच : 7.1%
सुबह 9:30-10:00 बजे के बीच : 28.6%
सुबह 10-11 बजे के बीच : 49%
सुबह 11 बजे के बाद : 13.3%
कितने कर्मचारियों ने लगाई बायोमीट्रिक हाजिरी
10 सितंबर :2869
11 सितंबर : 2899
12 सितंबर : 2894
13 सितंबर : 2673
सचिवालय में कुल पंजीकृत कर्मचारी : 4263
कार्यरत सक्रिय कर्मचारी : 4191