नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे में बड़ा एक्शन हुआ है। एमसीडी ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए जेई को बर्खास्त कर दिया है, जबकि एई को निलंबित कर दिया गया है।
कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंची जेसीबी
वहीं, मौके पर पहुंचे जेसीबी द्वारा ढके हुए नाले से स्लैब हटाई जा रही है। बताया गया कि मौके पर तीन जेसीबी मौजूद हैं। राव कोचिंग सेंटर के विपरित जो नाला है, उससे अतिक्रमण हटाया जा रहा है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को पांच और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार बिल्डिंग मालिक और एक थार कार का मालिक शामिल है।
गिरफ्तार आरोपितों में बिल्डिंग के चार मालिक शामिल
इस बिल्डिंग के चार मालिक हैं, जिनके नाम सरबजीत सिंह, तेजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और परविंदर सिंह हैं। चारों चचेरे भाई हैं। ये लोग करोलबाग में रहते हैं। इन्होंने राव आइएएस कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता को चार लाख रुपए मासिक किराए पर बिल्डिंग का बेसमेंट एरिया दे रखा था
उधर, आयुक्त अश्वनी कुमार ने बड़ी कारवाई की है। इस मामले में आयुक्त जेई को टर्मिनेट और एई को निलंबित किया गया है।
ANI से बात करते हुए डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने पुष्टि की कि इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है। गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और एक व्यक्ति शामिल है जिसने एक वाहन चलाया, जिससे इमारत के गेट को नुकसान पहुंचा।
डीसीपी बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने एएनआई से कहा, “इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे हैं।”
तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत पर बोलते हुए डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा कि बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधि करने की कोई अनुमति नहीं थी। हमने एमसीडी से कुछ जानकारी मांगी है, और हम उनकी भूमिका की भी जांच करेंगे। सभी कोणों से जांच चल रही है।a