बाराबंकी: बौद्ध धर्म में वैशाख शुक्ल पूर्णिमां को त्रिविध पावनी कहा गया है। इसी दिन लुम्बिनी में भगवान बुद्ध का जन्म, बोधगया में उन्हें ज्ञान की प्राप्ती और कुशीनगर मे महापरिनिर्वाण हुआ था। भगवान बुद्ध का जीवन हमें सहिष्णुता, विवेक और करूणां का मार्ग दिखाता है। वो मात्र उपदेश नहीे देते थे उन्होनें जैसा कहा वैसा ही जीवन जिया और जैसा जीवन जिया वैसा ही कहा, इसी कारण भगवान बुद्ध और उनकी शिक्षायें आज भी पूज्यनीय है। आज जब समाज मे नफरत फैलाने वाली ताकतेें सक्रीय हैं तो हमें भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को आत्मसात कर लोकतन्त्र और मानवता की रक्षा करनी होगी।
उक्त बातेें बुद्ध पूर्णिंमा के पावन अवसर पर पूर्व सांसद डॉ0 पी0एल0 पुनिया के ओबरी आवास पर कांग्रेसजनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय सांसद तनुज पुनिया ने भगवान बुद्ध जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके जीवन दर्शन और अहिंसा, शान्ति और करूणां जैसे संदेशों को याद करते हुये कही।
भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पश्चात कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने कहा कि, भगवान बुद्ध ने मनुष्य को बाहर से नही भीतर से जागने की शिक्षा दी और अपना दीपक स्वयं बनने को कहा। उनकी शिक्षायें आज भी मानवीय विचारधारा की आधार शिला है जिसे अपनाकर ही हम शान्ती के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
बुद्ध पूर्णिंमा के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन करने वालों में मुख्य रूप से स्थानीय सांसद तनुज पुनिया, कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन, अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष विजय पाल गौतम, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, सरजू शर्मा, राम हरख रावत, के0सी0 श्रीवास्तव, रामकुमार लोधी, आनन्द रावत, अकील इदरीसी, विमल कुमार, सूरज कुमार रावत, देवेश यादव, महेन्द्रपाल वर्मा, छंगा गौतम, बब्लू गौतम, राममूरत रावत, अवनीश चौधरी, राजेश रावत, अरविन्द प्रजापति, करन बाल्मीकी, मोहम्मद तारिक सहित दर्जनों की संख्या में उनके अनुयायी व कांग्रेसजन थे।
बुद्ध पूर्णिंमा के पर सांसद तनुज पुनिया ने भगवान बुद्ध जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके जीवन दर्शन को किया याद…
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