नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान नजदीक हैं। ऐसे में नेताओं में वाकयुद्ध जारी है। आज गुजरात के बनासकांठा पहुंची प्रियंका ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है। राहुल गांधी को शहजादा कहने पर भी प्रियंका पीएम पर खूब बरसीं। कहा कि जब राहुल 4000 किलोमीटर चले थे तो पीएम मोदी अपने महल में बैठे थे और उन्हें किसानों की दुर्दशा समझ में नहीं आएगी।
प्रियंका गांधी ने कहा, “पीएम मोदी महलों में रहते हैं, क्या वह किसानों की दुर्दशा समझेंगे?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने भाई राहुल गांधी को ‘शहजादा’ करार देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है।
बनासकांठा में एक रैली में बोलते हुए प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि जब राहुल गांधी 4000 किलोमीटर चले थे तो पीएम मोदी अपने महल में बैठे थे और उन्हें किसानों की दुर्दशा समझ में नहीं आएगी। कांग्रेस नेत्री ने आगे कहा,
पीएम मोदी मेरे भाई को ‘शहजादा’ कहते हैं। मैं आपको बताना चाहती हूं कि मेरा भाई 4,000 किलोमीटर चला, देश के लोगों से मिला और उनसे पूछा कि उनके जीवन में क्या समस्याएं हैं। दूसरी ओर सम्राट नरेंद्र मोदी महलों में रहते हैं वह किसानों और महिलाओं की मजबूरी को कैसे समझ पाएंगे? नरेंद्र मोदी सत्ता से घिरे हुए हैं। उनके आसपास के लोग उनसे डरते हैं, अगर कोई आवाज उठाता भी है तो उस आवाज को दबा दिया जाता है।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी अपने चुनावी भाषणों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘शहजादा’ कहते रहे हैं। 3 मई को पीएम ने अमेठी से चुनाव नहीं लड़ने को लेकर राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा था,
मैंने आपको पहले बताया था कि शहजादा वायनाड में हार के डर से अपने लिए एक और सुरक्षित सीट की तलाश शुरू कर देगा। वह 2019 में अमेठी हारने के बाद इतना डर गया था कि उसने दक्षिण की ओर, वायनाड की ओर रुख किया। अब, वह भाग गया है रायबरेली। ये लोग अक्सर लोगों से कहते फिरते हैं, ‘डरो मत’। अब मेरी बारी है उनसे भी यही कहने की- ‘अरे डरो मत, भागो मत।
इस बीच बनासकांठा में प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पर अपना हमला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि उन्हें सिर्फ बड़े लोगों की चिंता है, आम आदमी की नहीं।
आज के प्रधानमंत्री की कार्यशैली देखिए। गुजरात ने पीएम मोदी को सम्मान दिया, सत्ता दी, लेकिन वह सिर्फ बड़े लोगों के साथ ही नजर आते हैं। क्या आपने पीएम मोदी को किसी किसान से मिलते देखा है? किसान काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सैकड़ों किसान शहीद हो जाते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री उनसे मिलने तक नहीं जाते। फिर जैसे ही चुनाव आते हैं और उन्हें लगता है कि उन्हें वोट नहीं मिलेगा तो पीएम मोदी कानून बदल देते हैं।