लखनऊ: कांग्रेस पांचवे, छठे व सातवें चरण के चुनाव में उसके हिस्से आई आधा दर्जन सीटों पर पूरी ताकत झोंकेगी। अपनी परंपरागत सीट रायबरेली व अमेठी के अलावा कांग्रेस नेताओं की खास नजर बाराबंकी, इलाहाबाद, बांसगांव व महाराजगंज की सीटों पर भी है।
सपा के साथ आने से इन सीटों पर कांग्रेस की उम्मीद जागी है और पार्टी यहां आक्रामक प्रचार कर अपने पक्ष में माहौल बनाने की रणनीति के तहत कदम बढ़ा रही है। कांग्रेस की खास नजर मुस्लिम वोटबैंक पर भी है, जिसे पार्टी अपनी बढ़त का आधार मान रही है। वर्तमान में कांग्रेस के पास रायबरेली की एकमात्र सीट है।
प्रियंका ने संभाली अमेठी व रायबरेली की कमान
रायबरेली व अमेठी में चुनाव प्रचार की बागडोर राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने संभाली है। 12 मई को प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 12 मई को बाराबंकी में संयुक्त सभा करेंगे। यहां कांग्रेस के पूर्व सांसद पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया चुनाव मैदान में हैं। वहीं इलाहाबाद सीट पर सपा के पूर्व मंत्री रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
बांसगांव में कांग्रेस ने हाथी का साथ छोड़कर आए सदल प्रसाद पर दांव लगाया है। पिछले लोकसभा चुनाव में सदल प्रसाद बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। महाराजगंज से कांग्रेस विधायक वीरेन्द्र चौधरी मैदान में हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्विजेन्द्र त्रिपाठी मानते हैं कि राहुल गांधी ने संविधान बचाने की जो आवाज उठाई है, उसका चुनाव में गहरा असर पड़ रहा है। दलित-पिछड़े कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाह से देख रहे हैं। इन सीटों पर कांग्रेस पहले जीत का परचम लहरा चुकी है। सपा के संगठन की ताकत भी इस बार कांग्रेस के साथ है, जिससे परिणाम बदलने की पूरी उम्मीद है। वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र मदान कानपुर व झांसी की सीट पर भी कांग्रेस की स्थिति को मजबूत मानते हैं। कहते हैं, इन सीटों पर भाजपा से कांटे की लड़ाई होगी।
राहुल व अखिलेश की हो सकती है संयुक्त सभाएं
वाररूम के वरिष्ठ सदस्य संजय दीक्षित बताते हैं कि कुछ खास सीटों पर राहुल गांधी व सपा प्रमुख अखिलेश यादव की संयुक्त सभाएं तय कराई जा रही हैं। गारंटी कार्ड तथा इस बार बूथ स्तर पर एजेंट बनाए जाने से कांग्रेस का संगठन मजबूत हुआ है, जिसका असर देखने को मिलेगा। कांग्रेस का जनाधार बढ़ेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 14 मई को महाराजगंज व बांसगांव में जनसभा करेंगे। इसके बाद इन सीटों पर राहुल-अखिलेश की संयुक्त सभाएं भी होंगी। इलाहाबाद में संयुक्त सभा के अलावा प्रियंका वाड्रा का रोड-शो कराने की भी तैयारी है। अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी इन सीटों पर सक्रिय किया जाएगा।