वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपने संसदीय क्षेत्र में प्रथम आगमन अन्नदाताओं को समर्पित होगा। इस दिन प्रधानमंत्री किसान कल्याण से संबंधित अनेक योजनाओं का शुभारंभ करेंगे तो पहले से चली आ रही योजनाओं का लाभ भी लाभार्थियों को प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री किसानों से संवाद करते हुए देश भर के किसानों के खाते प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किश्त भेजेंगे, वहीं किसान डिजिटल क्रेडिट कार्ड का शुभारंभ कर किसानों के लिए बैंकों का चक्कर लगाने की समस्या से मुक्ति प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री 18 जून की शाम को आएंगे और मेहंदीगंज में होने वाले किसान सम्मेलन में किसानों से संवाद करेंगे। इसी दिन देश के करोड़ों किसानों के खाते में डीबीटी के तहत 2000 रुपये की अगली किस्त भेजी जाएगी। वर्ष 2019 से अब तक प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही 2,74,615 किसान पीएम सम्मान निधि से लाभान्वित हो चुके हैं।
इसके अंतर्गत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। अब तक 692.21 करोड़ रुपये से अधिक राशि वाराणसी किसानों के खातों में पहुंची है। प्रधानमंत्री इसी दिन किसान डिजिटल क्रेडिट कार्ड भी लांच करेंगे।
किसान डिजिटल क्रेडिट कार्ड आनलाइन उपलब्ध होते हैं। किसान इनका उपयोग आनलाइन लेन-देन करने के लिए कर सकते हैं। यह कार्ड नंबर, सीवीवी और वैधता तिथियों वाले पारंपरिक क्रेडिट या डेबिट कार्ड के ही समान हैं लेकिन केवल आनलाइन उपलब्ध हैं।
किसान डिजिटल क्रेडिट कार्ड बन जाने के बाद किसानों को फसली ऋण आदि लेने के लिए बैंकों का चक्कर नहीं लगाना होगा। बार-बार की जाने वाली कागजी प्रक्रिया, अभिलेखों को जमा करने आदि का झंझट भी नहीं उठाना होगा। किसान घर बैठे ऋण स्वीकृत करा लेंगे और किस्त अदायगी आदि भी कर सकेंगे।
इस क्रेडिट कार्ड का उपयोग वे आवश्यक कृषि उपकरणों की खरीद के लिए भी कर सकेंगे। कुछ ही मिनटों में ऋण खाता खुल जाएगा। डिजिटल केसीसी धारकों को संपत्ति बीमा, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा (पीएआइएस) और स्वास्थ्य बीमा जैसे लाभ लेने के विकल्प भी बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।