लखनऊ: आम आदमी पार्टी के सांसद व प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में नकली बातें ज्यादा प्रभावी रहीं। हम इसे कम करने में कामयाब नहीं रहे। भाजपा ने धनबल और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी कर दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता है। हम जनता को कोई दोष नहीं दे रहे हैं। सिर्फ दो फीसदी के अंतर से चुनाव हारे हैं। आप नेता संजय सिंह बुधवार को लखनऊ में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बार भी मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन में मनमानी की है। चयन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाएं हावी हैं। भगदड़ में लोगों की जान जा चुकी है। संगम के जल के बारे में आई केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट चिंताजनक है। नमामि गंगे योजना के तहत काम नहीं हुआ है। योगी जी इससे इनकार भी नहीं कर सकते हैं।
संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में उर्दू के खिलाफ बोला है। उर्दू यूपी की देन है। चार मिनट के भाषण में उन्होंने 9 बार उर्दू के शब्द बोले हैं। उर्दू के बिना आप बोल ही नहीं सकते हैं। वो भड़काऊ भाषण दे रहे हैं।
लोकसभा में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने जवाब दिया है कि यूपी में 8 महीने में 7 लाख 84 हजार बच्चों ने सरकारी स्कूल छोड़ा है। देश भर में 11 लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ा है। क्या ये सभी मौलाना और मुसलमान के बच्चे हैं ? ये बच्चे हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान पढ़ने जाते हैं। सरकारी स्कूल में शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा पर चर्चा नहीं हो रही है। असल मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुसलमान छोड़कर भाजपा मुद्दों की राजनीति करें।
आप सांसद ने प्रेसवार्ता में बताया कि हमने बुधवार को प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक की है। आने वाले दिनों में यूपी में सदस्यता अभियान, कार्यकर्ता सम्मेलन और यूपी के मुद्दों पर संघर्ष की रणनीति बनाई है। हम 23 मार्च को प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन लखनऊ में करेंगे और इसके बाद से प्रदेश भर में 16 स्थानों पर कार्यकर्ता सम्मेलन करेंगे। 14 सितंबर को रैली की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य मुद्दा देश के संविधान को भाजपा द्वारा तार-तार करने, इसकी मूल भावना के विपरीत काम करने, सामाजिक न्याय की भावना को तोड़ने के खिलाफ होगा। उन्होंने कहा कि यूपी को नफरत की आग में झोंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी में गठबंधन के बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी।